हक्कानी नेटवर्क के वंशज अनस हक्कानी (Anas Haqqani) ने भारत सरकार और मीडिया की आलोचना करते हुए दावा किया है कि अफगानिस्तान के प्रति भारत की नीति को बदलने की जरूरत है।
तालिबान के शीर्ष नेतृत्व में विवाद की खबर का खंडन करते हुए हक्कानी ने कहा है कि तालिबान नेतृत्व के बीच कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अशरफ गनी की पूर्व सरकार से जुड़े तत्वों द्वारा तालिबान नेतृत्व के भीतर संघर्ष की अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जर्मनी अफगानिस्तान में अपना दूतावास खोलने वाला पहला देश हो सकता है।
यहां पढें पूरी खबर: Source: WION
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