तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram, Kerala): देश में अगले महीने कोविड-19 की तीसरी लहर आने की खबरों के बीच केरल राज्य ने पहली बार मच्छर जनित जीका वायरस (Zika Virus) की मौजूदगी की पुष्टि की है। नवीनतम विकास के अनुसार, पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में नमूनों का परीक्षण करने के बाद कम से कम 13 लोग जीका (Zika) वायरल संक्रमण के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं।
हालांकि जीका वायरस (Zika Virus) से संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ बुखार, दाने, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और सिरदर्द जैसी स्थितियों का प्रदर्शन कर सकते हैं। ये आमतौर पर 2-7 दिनों तक चलते हैं। मच्छरों के काटने से वायरस अत्यधिक संचरित होता है, ज्यादातर एडीज एजिप्टी प्रकार के मच्छर जो डेंगू (Dengue), चिकनगुनिया (Chikungunya) और पीला बुखार फैलाने के लिए जाने जाते हैं। एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के समय काटते हैं। जीका वायरस (Zika Virus) गर्भवती महिलाओं के लिए जटिलताएं पैदा कर सकता है। जीका वायरस (Zika Virus) के लक्षण भी चिकनगुनिया से काफी मिलते-जुलते हैं।
जीका वायरस पहली बार 1947 में युगांडा में बंदरों में पाया गया था, और बाद में 1952 में युगांडा और संयुक्त गणराज्य तंजानिया में मनुष्यों में पहचाना गया।
केरल में पीआईबी द्वारा उपलब्ध कराई गई नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, COVID-19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाले 3,011,694 (30.1 lakh) लोगों में से कुल 14,108 (14.1 thousand) लोगों की अब तक मृत्यु हो चुकि है।